रायसी का मकसद: ईरानी राष्ट्रपति रायसी की पाकिस्तान यात्रा
ईरानी राष्ट्रपति रायसी की पाकिस्तान यात्रा रिश्तों में सुधार: पाकिस्तान के साथ तनावपूर्ण संबंधों को कम करना रायसी का मुख्य लक्ष्य था।
ईरानी राष्ट्रपति रायसी की पाकिस्तान यात्रा आतंकवाद का मुकाबला: दोनों देशों ने आतंकवाद के खिलाफ मिलकर काम करने का फैसला किया है।
ईरानी राष्ट्रपति रायसी की पाकिस्तान यात्रा सहयोग बढ़ाना: धार्मिक, सांस्कृतिक, राजनयिक, निवेश और सुरक्षा मामलों में सहयोग बढ़ाने पर समझौते हुए।
ईरानी राष्ट्रपति रायसी की पाकिस्तान यात्रा तनाव कम करना: यह यात्रा दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव को कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
ईरानी राष्ट्रपति रायसी की पाकिस्तान यात्रा क्षेत्रीय शांति: ईरान और पाकिस्तान दक्षिण एशिया में महत्वपूर्ण खिलाड़ी हैं। उनके बीच बेहतर संबंध क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण हैं।
ईरानी राष्ट्रपति रायसी की पाकिस्तान यात्रा आर्थिक लाभ: दोनों देशों ने व्यापार और निवेश बढ़ाने के तरीकों पर भी चर्चा की, जिससे दोनों देशों को आर्थिक लाभ हो सकता है।
कश्मीर मुद्दा:
पाकिस्तान का रुख: पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने उच्च स्तरीय वार्ता के दौरान कश्मीर मुद्दा उठाया।
ईरानी राष्ट्रपति रायसी की पाकिस्तान यात्रा : रायसी ने इस मुद्दे पर ज्यादा उत्साह नहीं दिखाया।
इजरायल-गाजा युद्ध: रायसी ने इजरायल-गाजा युद्ध पर ज़ोर दिया और फिलिस्तीन के समर्थन में ईरान के रुख को दोहराया।
ईरानी राष्ट्रपति रायसी की पाकिस्तान यात्रा निष्कर्ष:
रायसी की पाकिस्तान यात्रा दोनों देशों के बीच संबंधों में सुधार के लिए एक सकारात्मक कदम है। हालांकि, अभी भी कई चुनौतियां हैं, खासकर पाकिस्तान और ईरान दोनों ने सशस्त्र और आतंकवादी समूहों को समर्थन देने और रहने के लिए एक-दूसरे को दोषी ठहराया है।
इससे पहले जनवरी में ईरान ने बलूचिस्तान प्रांत में कथित आतंकवादी ठिकानों पर हवाई हमले किए थे।
इस हमले के जवाब में पाकिस्तान ने ईरान के सीस्तान-बलूचिस्तान प्रांत पर किलर ड्रोन और रॉकेट से हमला कर दिया. हमलों के बाद से दोनों देशों ने तनाव बढ़ाने से परहेज किया है
यह देखना बाकी है कि क्या यह यात्रा दीर्घकालिक शांति और सहयोग की ओर ले जाएगी।